गुरुवार, 5 अक्टूबर 2023


 खुब खाऊँ भर पेट, 

पेट कहें चुप बैठ... ।

नाक कहें आ रहा खाने का सेंट... ।

आँख कहे देख रहा हूँ खाने का कई सेट... ।

मुँह कहे कहीं हो ना जाए लेट... ।

जिव्हा कहें आ तुझें चख लू एक पर एक।

सब कहें मिलकर कहें, 

देखों- देखों आ रहा खाने का प्लेट... ।

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उस दिन मैं

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